केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने देशभर में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) की सेवाओं को मजबूत करने के लिए कई बड़े सुधारों की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सभी आगामी और कई मौजूदा ईपीएफओ कार्यालयों को आधुनिक, प्रौद्योगिकी-सक्षम, पासपोर्ट-सेवा-केंद्र शैली के एकल-खिड़की (सिंगल विंडो) सेवा केंद्रों में के रूप में विकसित किया जा रहा है। इससे नागरिकों को देश भर में किसी भी क्षेत्रीय कार्यालय में ईपीएफ से संबंधित किसी भी समस्या का समाधान करने में सुविधा होगी। मांडविया ने कहा कि दिल्ली में एक पायलट प्रोजेक्ट चल रहा है। आगे चलकर, लाभार्थी किसी भी क्षेत्रीय कार्यालय में अपनी समस्याओं का समाधान करवा सकेगा, जिससे उसे पहले से जुड़े किसी विशिष्ट कार्यालय में जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
फंसे पैसे के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म…
श्रमिकों की काफी बड़ी रकम निष्क्रिय खातों में फंसी हुई है। इसके बारे में मंत्री ने कहा कि ईपीएफओ अब ऐसे खातों के लिए मिशन मोड में केवाईसी सत्यापन करेगा। साथ ही सरल दावा दाखिल करने और सही दावेदार को परेशानी मुक्त निपटान सक्षम करने के लिए एक समर्पित डिजिटल प्लेटफॉर्म लॉन्च करेगा।
21,000 फ्रेशर्स की भर्ती करेगी इंफोसिस सालाना 21 लाख रुपये का देगी वेतन
टेक कंपनी इंफोसिस चालू वित्त वर्ष में 21,000 फ्रेशर्स की एंट्री लेवल पर भर्ती करेगी। इसके साथ ही इन लोगों का सालाना वेतन भी बढ़ा दिया गया है। कंपनी अब फ्रेशर्स को स्पेशलाइज्ड टेक्नोलॉजी भूमिका के लिए सालाना 21 लाख रुपये तक पैकेज ऑफर कर रही है। यह भारतीय आईटी सेक्टर में फ्रेशर्स को दिए जाने वाले सबसे ज्यादा तनख्वाह में से एक है।
इंफोसिस 2025 में ग्रेजुएट होने वाले छात्रों के लिए ऑफ-कैंपस भर्ती की तैयारी कर रही है। इन्हें 7 लाख रुपये से लेकर 21 लाख तक के पैकेज पर नौकरी देगी। कंपनी ने वेतन को रोल के हिसाब से 4 स्लैब में अलग-अलग कैटेगरी में बांटा है। यह भर्ती मुख्य रूप से स्पेशलिस्ट प्रोग्रामर और डिजिटल स्पेशलिस्ट इंजीनियर जैसे पदों के लिए हो रही है। एल-3 लेवल के लिए चुने गए फ्रेशर्स को सबसे अधिक 21 लाख का वेतन दिया जाएगा। एल-2 के लिए 16 लाख, एल-1 के लिए 11 लाख और ट्रेनी को 7 लाख का पैकेज दिया जाएगा।
उपरोक्त भूमिकाओं के लिए बीई, बीटेक, एमई, एमटेक और एमसीए जैसे छात्र आवेदन कर सकते हैं। इंफोसिस समूह के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी शाजी मैथ्यू ने बताया, ज्यादा वेतन देने के पीछे कंपनी की एआई फर्स्ट रणनीति है। हम कैंपस और ऑफ-कैंपस दोनों तरह से शुरुआती करियर वाली भर्तियां कर रहे हैं। वित्त वर्ष 2012 से 2022 के बीच आईटी कंपनियों के सीईओ का औसत वेतन 835 फीसदी बढ़कर 31.5 करोड़ रुपये हो गया है।
