कोलकाता के इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टीट्यूट में हाल ही में एक समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक ग्रैफिटी मिलने के बाद माहौल गर्मा गया। इस घटना से नाराज छात्रों और शोधार्थियों ने कैंपस में पोस्टर लगाए और शांति मार्च निकालकर विरोध जताया। यह ग्रैफिटी भारतीय सांख्यिकी संस्थान के पुरुष हॉस्टल के पास मिली थी। खास बात यह है कि यह घटना दिल्ली के लाल किला धमाके (जिसमें 13 लोगों की जान गई थी) के अगले ही दिन सामने आई। दीवारों पर लिखे संदेश एक खास समुदाय को सीधे तौर पर निशाना बना रहे थे।
छात्रों के पोस्टर: ‘धार्मिक नफरत की कोई जगह नहीं’
भारतीय सांख्यिकी संस्थान के छात्रों ने परिसर में बड़े-बड़े पोस्टर लगाए, जिन पर लिखा था “धार्मिक कट्टरपंथियों के लिए कोई जगह नहीं” और “धर्म, लिंग, जाति और पंथ के आधार पर सदस्यता पर कोई प्रतिबंध नहीं”। शोधार्थी रणवीर कुमार ने बताया कि शुक्रवार को छात्रों ने कैंपस में रैली भी निकाली। उन्होंने कहा ISI एक ऐसा संस्थान है जो सदैव बहुलवाद, सेक्युलरिज्म और विविधता में एकता का प्रतिनिधित्व करता है। हम इसकी छवि खराब करने की कोशिशों का विरोध करते हैं। रैली में न केवल छात्र, बल्कि कई फैकल्टी सदस्य भी शामिल हुए।
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दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग
छात्रों ने इस घटना की तीखी निंदा की है और संबंधित लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाई है। आईएसआई की निदेशक संघमित्रा बंदोपाध्याय ने घटना की निंदा की। उन्होंने कहा कि संस्थान हमेशा से ही बहुतलतावादी परंपराओं के लिए खड़ा रहा है। उन्होंने कहा कि अपने हितधारकों में बिना किसी लिंग-आधारित, धार्मिक और भाषाई भेदभाव के खिलाफ शैक्षणिक और शोध की उत्कृष्टता को बढ़ावा दिया है।
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उन्होंने कहा कि हम इस मामले में शामिल शख्स या समूह को खोजने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि सेमेस्टर परीक्षाएं खत्म होने के बाद हम इसमें शामिल पाए गए लोगों की काउंसलिंग करेंगे और सुधार के लिए अन्य उपाय भी अपनाएंगे। उन्होंने कहा कि आईएसआई का गौरवाशाली इतिहास रहा है और यहां इस तरह की कोई प्रथा या परंपरा नहीं रही है। उन्होंने कहा कि इस कृत्य की निंदा करने और ऐसे किसी अन्य नफरत से भरे पोस्टर पर प्रतिबंध लगाने के लिए संस्थान के आंतरिक ग्रुप में अपलोड किया जा रहा है। आईएसआई की निदेशक ने कहा कि जिस इलाके में ये नफरत भरा संदेश लिखा गया था, वो पूरी तरह से सीसीटीवी की कवरेज में नहीं आता है। उन्होंने कहा कि हम उस हिस्से की फुटेज की जांच कर रहे हैं।
