प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसद खेल महोत्सव को देश में खेल प्रतिभाओं को निखारने और खेल भावना को मजबूत करने का एक शानदार मंच बताया है। उन्होंने गुरुवार को कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इस तरह की पहल न सिर्फ युवाओं को खेलों से जोड़ती है, बल्कि उनमें अनुशासन, टीमवर्क और प्रतिस्पर्धा की स्वस्थ भावना भी विकसित करती है। इस कार्यक्रम में खेल मंत्री मनसुख मांडविया भी मौजूद रहे।
जमीनी स्तर पर प्रतिभा को मिल रहा मौका
प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि सांसद खेल महोत्सव जैसे आयोजन ग्रासरूट लेवल पर छिपी प्रतिभाओं को सामने लाने में अहम भूमिका निभाते हैं। छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों के खिलाड़ी इस मंच के जरिए अपनी क्षमता दिखा सकते हैं, जिससे उन्हें आगे बढ़ने के अवसर मिलते हैं।
Speaking at the Sansad Khel Mahotsav. It is a wonderful platform for nurturing talent and promoting sportsmanship. https://t.co/DbTos3JCWN
— Narendra Modi (@narendramodi) December 25, 2025
खेलों से व्यक्तित्व निर्माण पर जोर
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि खेल केवल जीत-हार तक सीमित नहीं होते, बल्कि ये चरित्र निर्माण, आत्मविश्वास और अनुशासन सिखाते हैं। सांसद खेल महोत्सव युवाओं में खेल भावना को बढ़ावा देने के साथ-साथ उन्हें स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करता है।
विकसित भारत की दिशा में खेलों की भूमिका
प्रधानमंत्री के मुताबिक, एक विकसित भारत के निर्माण में खेलों की अहम भूमिका है। ऐसे आयोजन देश में खेल संस्कृति को मजबूत करते हैं और भविष्य के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की नींव रखते हैं।
