उन्होंने अपनी पार्टी (HAM) के बेहतर स्ट्राइक रेट पर खुशी जताई और कहा कि उनकी पार्टी गरीबों, विशेषकर दलित और महादलित समुदाय की आवाज है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे आने वाले समय के लिए एकजुट रहें और पार्टी के विस्तार पर ध्यान दें।
संतोष सुमन ने तेजस्वी यादव और राहुल गांधी जैसे विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष के पास सकारात्मकता और अनुभव की कमी है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि चुनाव हारने के बाद विपक्ष ईवीएम (EVM) पर दोष मढ़ता है या विदेश दौरे पर चला जाता है, जबकि उन्हें आत्मचिंतन करना चाहिए।
हाल ही में संतोष सुमन के पिता और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी द्वारा एनडीए में राज्यसभा सीट की मांग को लेकर नाराजगी जताई गई थी। इस पर संतोष सुमन ने संतुलित रुख अपनाते हुए कहा कि राजनीति में संघर्ष और दावेदारी चलती रहती है, लेकिन वे और उनकी पार्टी पूरी मजबूती के साथ एनडीए गठबंधन के साथ खड़े हैं और जनता के कार्यों के लिए समर्पित हैं।
उन्होंने जोर दिया कि कानून सबके लिए समान है और उनकी सरकार विकास और शांति को प्राथमिकता देती है। उनका मानना है कि जब तक समाज का सबसे कमजोर वर्ग (जैसे भुइयां-मुसहर समुदाय) मुख्यधारा में नहीं आता, तब तक बिहार का पूर्ण विकास संभव नहीं है।
